
वर्तमान में इसे कैसे ट्रीट किया जा सकता है?
वर्तमान में, एचएमपीवी को ट्रीट करने के लिए सपोर्टिव केयर की जरूरत होती है, क्योंकि इसके लिए खास एंटी-वायरल दवा नहीं है। ऐसे में आराम और हाइड्रेशन की मदद से इसके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही गंभीर मामलों में, ऑक्सीजन थेरेपी या वेंटिलेटरी सपोर्ट भी जरूरत भी हो सकती है।
क्या कोरोना वैक्सीन इस पर असरदार हो सकती है?
डॉक्टर ने बताया कि कोरोना (COVID-19 Vaccine) की वैक्सीन इस पर असरदार नहीं है, क्योंकि दोनों वायरस अलग-अलग हैं। एचएमपीवी को अपने लिए खुद खास वैक्सीन की जरूरत है, जिस पर अभी भी रिसर्च चल रही है। ऐसे में फिलहाल इससे बचाव के लिए अच्छी स्वच्छता बनाए रखना और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाना की कारगर उपाय है।
HMPV डिटेक्ट करने के लिए कौन-से टेस्ट मौजूद हैं?
एचएमपीवी काे डिटेक्ट करने के लिए पीसीआर जैसे विशेष टेस्ट (HMPV Identification Tests) का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये टेस्ट रेस्पिरेटरी सैंपल में वायरस की मौजूदगी को निर्धारित करता है। साथ ही निदान के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट और वायरल कल्चर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, एचएमपीवी की पुष्टि के लिए पीसीआर सबसे सटीक और आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला टेस्ट (HMPV Virus Detection Tests) है, खासकर हॉस्पिटल और लैब्स में।