
विकास कार्यों की अनदेखी पर जांजगीर-चांपा विधायक ब्यास कश्यप ने सरकार को घेरा
विधायक ब्यास कश्यप:भाजपा सरकार बने हुए एक वर्ष से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अब तक विधानसभा जांजगीर-चांपा के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास कार्यों के लिए कोई स्वीकृति क्यों नहीं दी गई? सरकार आखिर किस आधार पर भेदभाव कर रही है?
पंचायत मंत्री विजय शर्मा: जिला पंचायत स्तर पर जो कार्य स्वीकृत हैं, उन्हें वहीं से शुरू किया जा सकता है। उनकी मॉनिटरिंग करना आपके अधिकार क्षेत्र में आता है।
जब मनरेगा के अधिकांश स्वीकृत कार्य अब तक प्रारंभ ही नहीं हुए हैं, तो इसका जिम्मेदार कौन है? बजट सत्र 2024-25 समाप्त होने वाला है, लेकिन अभी तक विधायकों को स्वेच्छानुदान की राशि नहीं दी गई। प्रभारी मंत्री कोटा के कार्यों को भी रोका जा रहा है।
घोषणाएं कर दी जाती हैं, लेकिन प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिलती। स्वीकृत राशि को भी सरकार वापस मंगा लेती है। इससे ग्रामीण क्षेत्र विकास कार्यों में पिछड़ रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रदेश स्तर से संचालित योजनाओं से कोई विकास कार्य स्वीकृत नहीं किया गया।